Sunday, January 29, 2012

दिल्ली है राइट चॉइस- Navbharat Times

दिल्ली है राइट चॉइस- Navbharat Times:

सर्वे पर नजर डालें तो ओवरऑल बंगलुरू को 141 वां स्थान मिला जबिक दिल्ली 143वें नंबर पर रही। मुंबई और चेन्नई जैसे शहर भी इनके आसपास ही हैं। भारतीय शहरों के लिहाज से कोलकाता सबसे पीछे 151वें नंबर पर रहा।

.......................................

दुनिया में रहने लायक बेहतरीन शहरों के एक हालिया सर्वे में अपनी दिल्ली को भी ठीकठाक रेटिंग मिली है। सर्वे ह्यूमन रिसोर्स कंसलटेंट कंपनी मर्सर ने किया था। इस सर्वे में दुनिया में सबसे बेहतरीन शहर ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना को बताया गया। सर्वे के जरिये कुल 221 बेहतरीन शहरों की इस सूची तैयार की गई जिसमें अपने भारत के भी पांच शहरों को भी जगह दी गई।

सूची में भारत के चार महानगर: दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई के अलावा बंगलुरू का भी नाम शामिल है। भारत के लिहाज से देखें तो अपनी दिल्ली दूसरे स्थान पर है। भारत के इन पांचों शहरों में सबसे ऊपर बंगलुरू का नाम है।

चढ़ा दिल्ली का ग्राफ

दिल्ली का ग्राफ कई कारणों से चढ़ा है। इसमें सबसे ऊपर जानकार कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम लेते हैं। पिछले साल आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स की वजह से दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है। सर्वे पर नजर डालें तो ओवरऑल बंगलुरू को 141 वां स्थान मिला जबकि दिल्ली 143वें नंबर पर रही। मुंबई और चेन्नई जैसे शहर भी इनके आसपास ही हैं। मुंबई 144वें पर है तो चेन्नई को 150वां स्थान हासिल हुआ। भारतीय शहरों के लिहाज से कोलकाता सबसे पीछे 151वें नंबर पर रहा।

कैसे हुआ सर्वे

सर्वे का आधार व्यापक रहा। इसमें शहर की आधारभूत संरचनाओं, यातायात व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाएं, हरियाली और इमारतों के अलावा प्रदूषण स्तर को बनाया गया। राजधानी की बात करें, तो इन मामलों में इस शहर की रेटिंग ठीक रही। जानकारों का कहना है कि आबादी के साथ प्रदूषण के स्तर को कम कर लिया जाए, तो संभव है कि आने वाले बरसों में इस सूची में दिल्ली को और ऊपरी स्थान मिल सकता है।

बेहतर और भी

दुनिया भर के इन ड्रीम सिटीज के अलावा देश में रहने के लिहाज से बेहतरीन शहर कौन से हैं , ऐसा ही एक सर्वेरियल्टी सेक्टर की सेवाएं देने वाली एक वेबसाइट ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च करने वाली कंपनी के साथमिलकर किया है। इस सर्वे में भी बंगलुरु का नाम टॉप तीन शहरों में शामिल है। इस सर्वे में दिल्ली को शिक्षा ,स्वास्थ्य और करियर के लिहाज से तो बेहतर बताया गया है , लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह पीछे है। रोजगारकी संभावनाओं और आय के लिहाज से दिल्ली को बंगलुरु और मुंबई के बाद तीसरा स्थान दिया गया है। इस सर्वेमें दूसरी और तीसरी श्रेणी में आने वाले शहरों को भी शामिल किया गया था।

रहने के लिहाज से ही देखें तो जहां चंडीगढ़ अव्वल रहा , वहीं अहमदाबाद का भी नाम शामिल किया गया।सुरक्षित शहरों में चंडीगढ़ के साथ वडोदरा और शिमला को भी शामिल किया गया है। इन शहरों की स्थिति भीकाफी सुधार देखने को मिला है। रियल्टी सेक्टर में विकास की गतिविधियों के लिहाज से भी डिवेलपर्स इन्हींशहरों में ऑप्शन तलाश रहे हैं। रियल्टी एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली में अगर कानून और व्यवस्था पर ध्यानदिया जाए तो इस शहर और भी बेहतर बनाया जा सकता है। इस सर्वे की बात करें तो देश के विभिन्न शहरों मेंरहने वाले छह हजार से भी ज्यादा लोगों के जरिये सूचनाएं लेकर आंकड़े तैयार किए गए थे। सर्वे पर नजर डालें तो ओवरऑल बंगलुरू को 141 वां स्थान मिला जबिक दिल्ली 143वें नंबर पर रही। मुंबई और चेन्नई जैसे शहर भी इनके आसपास ही हैं। भारतीय शहरों के लिहाज से कोलकाता सबसे पीछे 151वें नंबर पर रहा।

.......................................

दुनिया में रहने लायक बेहतरीन शहरों के एक हालिया सर्वे में अपनी दिल्ली को भी ठीकठाक रेटिंग मिली है। सर्वे ह्यूमन रिसोर्स कंसलटेंट कंपनी मर्सर ने किया था। इस सर्वे में दुनिया में सबसे बेहतरीन शहर ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना को बताया गया। सर्वे के जरिये कुल 221 बेहतरीन शहरों की इस सूची तैयार की गई जिसमें अपने भारत के भी पांच शहरों को भी जगह दी गई।

सूची में भारत के चार महानगर: दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई के अलावा बंगलुरू का भी नाम शामिल है। भारत के लिहाज से देखें तो अपनी दिल्ली दूसरे स्थान पर है। भारत के इन पांचों शहरों में सबसे ऊपर बंगलुरू का नाम है।

चढ़ा दिल्ली का ग्राफ

दिल्ली का ग्राफ कई कारणों से चढ़ा है। इसमें सबसे ऊपर जानकार कॉमनवेल्थ गेम्स का नाम लेते हैं। पिछले साल आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स की वजह से दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त सुधार देखने को मिला है। सर्वे पर नजर डालें तो ओवरऑल बंगलुरू को 141 वां स्थान मिला जबकि दिल्ली 143वें नंबर पर रही। मुंबई और चेन्नई जैसे शहर भी इनके आसपास ही हैं। मुंबई 144वें पर है तो चेन्नई को 150वां स्थान हासिल हुआ। भारतीय शहरों के लिहाज से कोलकाता सबसे पीछे 151वें नंबर पर रहा।

कैसे हुआ सर्वे

सर्वे का आधार व्यापक रहा। इसमें शहर की आधारभूत संरचनाओं, यातायात व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाएं, हरियाली और इमारतों के अलावा प्रदूषण स्तर को बनाया गया। राजधानी की बात करें, तो इन मामलों में इस शहर की रेटिंग ठीक रही। जानकारों का कहना है कि आबादी के साथ प्रदूषण के स्तर को कम कर लिया जाए, तो संभव है कि आने वाले बरसों में इस सूची में दिल्ली को और ऊपरी स्थान मिल सकता है।

बेहतर और भी

दुनिया भर के इन ड्रीम सिटीज के अलावा देश में रहने के लिहाज से बेहतरीन शहर कौन से हैं , ऐसा ही एक सर्वेरियल्टी सेक्टर की सेवाएं देने वाली एक वेबसाइट ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिसर्च करने वाली कंपनी के साथमिलकर किया है। इस सर्वे में भी बंगलुरु का नाम टॉप तीन शहरों में शामिल है। इस सर्वे में दिल्ली को शिक्षा ,स्वास्थ्य और करियर के लिहाज से तो बेहतर बताया गया है , लेकिन सुरक्षा के लिहाज से यह पीछे है। रोजगारकी संभावनाओं और आय के लिहाज से दिल्ली को बंगलुरु और मुंबई के बाद तीसरा स्थान दिया गया है। इस सर्वेमें दूसरी और तीसरी श्रेणी में आने वाले शहरों को भी शामिल किया गया था।

रहने के लिहाज से ही देखें तो जहां चंडीगढ़ अव्वल रहा , वहीं अहमदाबाद का भी नाम शामिल किया गया।सुरक्षित शहरों में चंडीगढ़ के साथ वडोदरा और शिमला को भी शामिल किया गया है। इन शहरों की स्थिति भीकाफी सुधार देखने को मिला है। रियल्टी सेक्टर में विकास की गतिविधियों के लिहाज से भी डिवेलपर्स इन्हींशहरों में ऑप्शन तलाश रहे हैं। रियल्टी एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली में अगर कानून और व्यवस्था पर ध्यानदिया जाए तो इस शहर और भी बेहतर बनाया जा सकता है। इस सर्वे की बात करें तो देश के विभिन्न शहरों मेंरहने वाले छह हजार से भी ज्यादा लोगों के जरिये सूचनाएं लेकर आंकड़े तैयार किए गए थे।

No comments: