होम लोन तैयार प्रॉपर्टी के अलावा किसी हाउसिंग प्रॉजेक्ट में अंडरकंस्ट्रक्शन या प्री-लॉन्च फ्लैट खरीदने के लिए भी दिए जाते हैं , लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि जमीन खरीदने के लिए होम लोन नहीं दिया जाता। इसके बजाय बैंक प्लॉट या लैंड लोन जारी करते हैं।
लैंड लोन किसी किसी व्यक्ति को रेजिडेंशल जमीन खरीदने के लिए दिए जाते हैं। आप लैंड लोन लेकर जमीन खरीदेंगे , तो उस पर तुरंत घर बनवा सकते हैं या फिर जमीन खरीदकर उसे ऐसे ही छोड़ सकते हैं , जिससे उस पर बाद में कभी कंस्ट्रक्शन कराया जा सके। हालांकि सभी बैंक या हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों से प्लॉट खरीदने के लिए लोन मिल पाना संभव नहीं होता। इसका कारण, लोन वापसी की गारंटी नहीं मिलना है। दरअसल , जमीन के कागजात आदि को लेकर बैंक उतना अधिक विश्वस्त नहीं होता , जितना फ्लैट के मामले में , इसलिए उसे फ्लैट के मामले में अपना पैसा ज्यादा सुरक्षित नजर आता है। हां , जो भी सरकारी या प्राइवेंट बैंक प्लॉट के लिए लोन देते हैं , वे यह शर्त जरूर रखते हैं कि जमीन विकसित होनी चाहिए , उसकी बाउंड्री और मालिकाना हक को लेकर कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए।
जमीन खरीदने के लिए लोन मिलने में इसलिए भी मुश्किल होती है , क्योंकि ज्यादातर लोग जमीन इनवेस्टमेंट के लिए खरीदते हैं , जिससे वे मोटा मुनाफा कमा सकें , लेकिन इस प्रक्रिया में बैंक के लिए जमीन का वैल्यूएशन कर पाना मुश्किल होता है।
लैंड पर लोन नहीं
- एग्रीकल्चरल लैंड
अगर आप खेती की जमीन खरीदने के लिए लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं , तो यह विचार छोड़ दीजिए। एग्रीकल्चरल लैंड खरीदने के लिए प्लॉट लोन भी नहीं मिल सकता। किसी भी बैंक या हाउसिंग फाइनैंस कंपनी में खेती की जमीन खरीदने के लिए लोन देने की व्यवस्था नहीं है।
व्यक्तिगत जमीन
किसी व्यक्ति की जमीन खरीदने के लिए भी लोन मिलना मुश्किल होता है। बैंक और हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां आमतौर पर इस बात पर जोर देते हैं कि जमीन इलाके की डिवेलपमेंट अथॉरिटी या सोसाइटी से खरीदनी चाहिए। कुछ ही बैंक किसी डिवेलपर से जमीन खरीदने के लिए प्लॉट लोन देते हैं।
पहले ही खरीदी जमीन
अगर आपने प्लॉट लोन अप्लाई करने से पहले ही जमीन खरीद ली है और यह रकम शेष भुगतान करने या अपना पैसा रिंबर्स करने के उद्देश्य से लोन लेना चाहते हैं , तो यह संभव नहीं है। लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ही खरीदी जा चुकी जमीन के मामले में प्लॉट लोन नहीं दिए जाते।
अथॉरिटी की सीमाओं से बाहर
प्लॉट खरीदने के लिए लोन देने की शर्त के रूप में कुछ लोकेशन भी तय की जाती हैं , जैसे - प्लॉट फलां शहर की म्यूनिसिपल लिमिट से बाहर नहीं होना चाहिए। अगर हो भी , तो संबंधित डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने सीधे अलॉट किया हो। किसी डिवेलपर या दूसरे अलॉटी से प्लॉट खरीदने के लिए लोन नहीं मिलेगा।
टैक्स और आपकी जमीन
टैक्स के नजरिए से देखें , तो होम लोन लेकर तैयार प्रॉपर्टी खरीदने में सबसे ज्यादा फायदा होता है। होम लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदी जाए , तो इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 24 के अंतर्गत , ब्याज वापसी पर डेढ़ लाख और सेक्शन 80 सी के अंतर्गत , प्रिंसिपल चुकाने पर 1 लाख रुपये की छूट ली जा सकती है। अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी लेने पर भी टैक्स में छूट का लाभ उस फाइनैंशल ईयर से मिलना शुरू होता है , जिस साल प्रॉपर्टी का कंस्ट्रक्शन पूरा हो। लेकिन इनमें से कोई भी लाभ प्लॉट लोन के मामले में नहीं मिलता। बता दें कि लोन लेकर प्लॉट खरीदने पर टैक्स में किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाती।
ज्यादा ईएमआई का बोझ
प्लॉट के लिए लोन लेना खासा महंगा सौदा साबित हो सकता है , क्योंकि प्लॉट लोन पर ब्याज की दर सामान्य होम लोन पर ब्याज दर के मुकाबले 2 से 3 प्रतिशत ज्यादा होती है और लोन वापसी का समय आम होम लोन के मुकाबले कम होता है , जो 10 से 15 साल में वापस करना पड़ेगा , जबकि होम लोन को वापस करने के लिए 20-25 साल का समय आसानी से लिया जा सकता है। जाहिर है , प्लॉट के लिए लोन की वापसी में ज्यादा ईएमआई का बोझ सहना ही पड़ेगा।
जब कराना हो कंस्ट्रक्शन
अगर आप जमीन खरीदकर उस पर मकान बनवाना चाहते हैं , तो उसके लिए लोन मिल सकता है , लेकिन वह होम लोन होगा , प्लॉट लोन नहीं। होम लोन के अंतर्गत , फाइनैंसर कंस्ट्रक्शन शुरू कराने के लिए समय सीमा तय करेगा। अगर आप ऐसा नहीं चाहते और प्लॉट को यूं ही रखना चाहते हैं , तो प्लॉट लोन लेना सही रहेगा। हालांकि यह मत भूलिए कि यह होम लोन की तुलना में महंगा होगा। अगर आपको मकान बनाना ही है , तो समय सीमा में बंधकर होम लोन लेने में कोई बुराई नहीं है। उस स्थिति में आप लोन लेकर प्लॉट भी खरीद लेंगे और उस पर टैक्स में छूट का लाभ भी ले लेंगे। मान लीजिए कि आप 5 लाख रुपये का लोन लेकर प्लॉट खरीदते हैं और बैंक यह शर्त रख देता है कि 2 साल के अंदर कंस्ट्रक्शन शुरू करना है , तो 3 लाख रुपये का लोन बाद में ले सकते हैं। टैक्स रिबेट पूरे लोन पर दी जाएगी।
फॉर्मेलिटीज
लैंड लोन लेने के लिए फॉमेर्लिटीज सामान्य होम लोन की तरह ही रहती हैं। बैंक आपकी इनकम और आईडी प्रूफ के रूप में कुछ कागजों की डिमांड करेगा। इनमें सैलरी स्लिप , आईटी रिटर्न , रेजिडेंशल प्रूफ आदि अहम होते हैं।
लैंड लोन के लिए शर्तें
- जमीन संबंधित इलाके की डिवेलपमेंट अथॉरिटी या सोसाइटी से ही ली जाए।
- खेती की जमीन या किसी व्यक्ति से जमीन खरीदने के लिए लोन नहीं मिल सकता।
- जमीन संंबंधित म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की सीमा के अंदर हो।
- जमीन विकसित जगह पर हो और उसकी बाउंड्री स्पष्ट हो।
- लोन के लिए अप्लाई करने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 21 साल हो।
लैंड लोन किसी किसी व्यक्ति को रेजिडेंशल जमीन खरीदने के लिए दिए जाते हैं। आप लैंड लोन लेकर जमीन खरीदेंगे , तो उस पर तुरंत घर बनवा सकते हैं या फिर जमीन खरीदकर उसे ऐसे ही छोड़ सकते हैं , जिससे उस पर बाद में कभी कंस्ट्रक्शन कराया जा सके। हालांकि सभी बैंक या हाउसिंग फाइनैंस कंपनियों से प्लॉट खरीदने के लिए लोन मिल पाना संभव नहीं होता। इसका कारण, लोन वापसी की गारंटी नहीं मिलना है। दरअसल , जमीन के कागजात आदि को लेकर बैंक उतना अधिक विश्वस्त नहीं होता , जितना फ्लैट के मामले में , इसलिए उसे फ्लैट के मामले में अपना पैसा ज्यादा सुरक्षित नजर आता है। हां , जो भी सरकारी या प्राइवेंट बैंक प्लॉट के लिए लोन देते हैं , वे यह शर्त जरूर रखते हैं कि जमीन विकसित होनी चाहिए , उसकी बाउंड्री और मालिकाना हक को लेकर कोई झगड़ा नहीं होना चाहिए।
जमीन खरीदने के लिए लोन मिलने में इसलिए भी मुश्किल होती है , क्योंकि ज्यादातर लोग जमीन इनवेस्टमेंट के लिए खरीदते हैं , जिससे वे मोटा मुनाफा कमा सकें , लेकिन इस प्रक्रिया में बैंक के लिए जमीन का वैल्यूएशन कर पाना मुश्किल होता है।
लैंड पर लोन नहीं
- एग्रीकल्चरल लैंड
अगर आप खेती की जमीन खरीदने के लिए लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं , तो यह विचार छोड़ दीजिए। एग्रीकल्चरल लैंड खरीदने के लिए प्लॉट लोन भी नहीं मिल सकता। किसी भी बैंक या हाउसिंग फाइनैंस कंपनी में खेती की जमीन खरीदने के लिए लोन देने की व्यवस्था नहीं है।
व्यक्तिगत जमीन
किसी व्यक्ति की जमीन खरीदने के लिए भी लोन मिलना मुश्किल होता है। बैंक और हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां आमतौर पर इस बात पर जोर देते हैं कि जमीन इलाके की डिवेलपमेंट अथॉरिटी या सोसाइटी से खरीदनी चाहिए। कुछ ही बैंक किसी डिवेलपर से जमीन खरीदने के लिए प्लॉट लोन देते हैं।
पहले ही खरीदी जमीन
अगर आपने प्लॉट लोन अप्लाई करने से पहले ही जमीन खरीद ली है और यह रकम शेष भुगतान करने या अपना पैसा रिंबर्स करने के उद्देश्य से लोन लेना चाहते हैं , तो यह संभव नहीं है। लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ही खरीदी जा चुकी जमीन के मामले में प्लॉट लोन नहीं दिए जाते।
अथॉरिटी की सीमाओं से बाहर
प्लॉट खरीदने के लिए लोन देने की शर्त के रूप में कुछ लोकेशन भी तय की जाती हैं , जैसे - प्लॉट फलां शहर की म्यूनिसिपल लिमिट से बाहर नहीं होना चाहिए। अगर हो भी , तो संबंधित डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने सीधे अलॉट किया हो। किसी डिवेलपर या दूसरे अलॉटी से प्लॉट खरीदने के लिए लोन नहीं मिलेगा।
टैक्स और आपकी जमीन
टैक्स के नजरिए से देखें , तो होम लोन लेकर तैयार प्रॉपर्टी खरीदने में सबसे ज्यादा फायदा होता है। होम लोन लेकर प्रॉपर्टी खरीदी जाए , तो इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 24 के अंतर्गत , ब्याज वापसी पर डेढ़ लाख और सेक्शन 80 सी के अंतर्गत , प्रिंसिपल चुकाने पर 1 लाख रुपये की छूट ली जा सकती है। अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी लेने पर भी टैक्स में छूट का लाभ उस फाइनैंशल ईयर से मिलना शुरू होता है , जिस साल प्रॉपर्टी का कंस्ट्रक्शन पूरा हो। लेकिन इनमें से कोई भी लाभ प्लॉट लोन के मामले में नहीं मिलता। बता दें कि लोन लेकर प्लॉट खरीदने पर टैक्स में किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाती।
ज्यादा ईएमआई का बोझ
प्लॉट के लिए लोन लेना खासा महंगा सौदा साबित हो सकता है , क्योंकि प्लॉट लोन पर ब्याज की दर सामान्य होम लोन पर ब्याज दर के मुकाबले 2 से 3 प्रतिशत ज्यादा होती है और लोन वापसी का समय आम होम लोन के मुकाबले कम होता है , जो 10 से 15 साल में वापस करना पड़ेगा , जबकि होम लोन को वापस करने के लिए 20-25 साल का समय आसानी से लिया जा सकता है। जाहिर है , प्लॉट के लिए लोन की वापसी में ज्यादा ईएमआई का बोझ सहना ही पड़ेगा।
जब कराना हो कंस्ट्रक्शन
अगर आप जमीन खरीदकर उस पर मकान बनवाना चाहते हैं , तो उसके लिए लोन मिल सकता है , लेकिन वह होम लोन होगा , प्लॉट लोन नहीं। होम लोन के अंतर्गत , फाइनैंसर कंस्ट्रक्शन शुरू कराने के लिए समय सीमा तय करेगा। अगर आप ऐसा नहीं चाहते और प्लॉट को यूं ही रखना चाहते हैं , तो प्लॉट लोन लेना सही रहेगा। हालांकि यह मत भूलिए कि यह होम लोन की तुलना में महंगा होगा। अगर आपको मकान बनाना ही है , तो समय सीमा में बंधकर होम लोन लेने में कोई बुराई नहीं है। उस स्थिति में आप लोन लेकर प्लॉट भी खरीद लेंगे और उस पर टैक्स में छूट का लाभ भी ले लेंगे। मान लीजिए कि आप 5 लाख रुपये का लोन लेकर प्लॉट खरीदते हैं और बैंक यह शर्त रख देता है कि 2 साल के अंदर कंस्ट्रक्शन शुरू करना है , तो 3 लाख रुपये का लोन बाद में ले सकते हैं। टैक्स रिबेट पूरे लोन पर दी जाएगी।
फॉर्मेलिटीज
लैंड लोन लेने के लिए फॉमेर्लिटीज सामान्य होम लोन की तरह ही रहती हैं। बैंक आपकी इनकम और आईडी प्रूफ के रूप में कुछ कागजों की डिमांड करेगा। इनमें सैलरी स्लिप , आईटी रिटर्न , रेजिडेंशल प्रूफ आदि अहम होते हैं।
लैंड लोन के लिए शर्तें
- जमीन संबंधित इलाके की डिवेलपमेंट अथॉरिटी या सोसाइटी से ही ली जाए।
- खेती की जमीन या किसी व्यक्ति से जमीन खरीदने के लिए लोन नहीं मिल सकता।
- जमीन संंबंधित म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की सीमा के अंदर हो।
- जमीन विकसित जगह पर हो और उसकी बाउंड्री स्पष्ट हो।
- लोन के लिए अप्लाई करने वाले व्यक्ति की उम्र कम से कम 21 साल हो।
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