Friday, April 22, 2011

किराए पर देश-फोकस-विचार मंच-Navbharat Times

किराए पर देश-फोकस-विचार मंच-Navbharat Times

अपनी जेब थोड़ी ढीली करें , तो आपको पूरा एक देश ही किराए पर मिल सकता है। उस देश की पुलिस भी आपका कहा मानेगी। यहां तक कि उस मुल्क की पार्ल्यामेंट की ओर से प्रतीकात्मक तौर पर आपको देश की चाबी सौंपी जाएगी। आप कहेंगे-भला ऐसा भी कोई देश हो सकता है?

जी हां, ऐसा एक देश है। ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड से घिरे हुए इस छोटे से यूरोपीय देश का नाम है लिक्टेनश्टाइन। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां की सरकार ने पूरे देश को टूरिस्ट स्पॉट बनाने का फैसला किया है। पूरी दुनिया से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यह स्कीम शुरू की गई है। इसके लिए आपको एक रात का किराया करीब 28 लाख रुपये (40 हजार पाउंड) देना होगा और कम से कम दो रात यहां गुजारनी होगी। यहां करीब 150 टूरिस्टों के रहने का इंतजाम किया गया है। लिक्टेनश्टाइन का क्षेत्रफल कुल 61.9 वर्ग किलोमीटर है। यहां की आबादी महज 30 हजार है और भाषा जर्मन है।

खास बात यह है कि यहां क्राइम रेट बहुत ही कम है। अगर आप इस देश को किराए पर लेंगे, तो आपको कई सारी सुविधाएं दी जाएंगी। आप यहां के प्रिंस की खास रसोई की तरफ से वाइन और डिनर पार्टी का लुत्फ उठा सकेंगे। यहां आप स्कीइंग, फायरवर्क्स और हॉर्स राइडिंग का मजा ले सकते हैं। पर्यटकों को रेंट पर आवास उपलब्ध कराने वाली फर्म के एक अधिकारी के मुताबिक इस स्कीम का मकसद है यहां आने वाले मेहमानों और स्थानीय लोगों में संवाद कायम करना ताकि लिक्टेनश्टाइन की संस्कृति को बाहर के लोग समझ सकें। इस योजना की सफलता में संदेह नहीं है क्योंकि दो दिन के लिए ही सही, राष्ट्राध्यक्ष बनने का मौका तो मिलेगा।

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