Friday, April 1, 2011

मेंटिनेंस और सही मटीरियल से घर बनता है टिकाऊ -प्रॉपर्टी-बिज़नस-Navbharat Times

मेंटिनेंस और सही मटीरियल से घर बनता है टिकाऊ -प्रॉपर्टी-बिज़नस-Navbharat Times
बात घर की मजबूती की हो, तो उसकी जांच या उसे अपने हिसाब से रखने की ज्यादा आजादी मल्टिस्टोरी फ्लैट में नहीं होती। कोई बना-बनाया इंडिपेंडेंट घर लेने पर ही बदलाव के विकल्प सीमित होते हैं। घर की मजबूती पर सबसे ज्यादा काम जमीन पर अपना घर बनवाते समय किया जा सकता है। फिर भी जब हम फ्लैट में अफोर्डेबल की तलाश करते हैं, तो यह सही नहीं होगा कि अपना घर बनवाते समय कॉस्ट बजट से बाहर चली जाए। घर का अफोर्डेबल कंस्ट्रक्शन कैसे किया जा सकता है, इस बारे में बता रहे हैं स्ट्रक्चरल इंजीनियर अश्विन के . और उनसे बातचीत की लीना मुदबिदी ने:

अफोर्डेबल होम्स बनाने के लिए मार्केट में कौन-कौन से नए मटीरियल उपलब्ध हैं?
स्थानीय स्तर पर उपलब्ध विभिन्न प्रकार के मटीरियल घर के कंस्ट्रक्शन की कॉस्ट को काफी प्रभावित करते हैं। खासतौर पर घर को कॉस्ट इफेक्टिव बनाने के लिए भी कई तरह के मटीरियल तैयार किए जाते हैं, जैसे- खिड़की और दरवाजों के फ्रेम्स के लिए मिड स्टील प्रोफाइल। इन दिनों घर का कंस्ट्रक्शन करते समय लकड़ी की जगह कंपोजिट इको-प्रॉडक्ट्स का काफी प्रयोग किया जा रहा है। लेमिनेट फिनिशिंग वाले प्रॉडक्ट्स वुड का अच्छा विकल्प हैं।

अच्छी क्वॉलिटी की ईंटों का प्रयोग करने से प्लास्टिक और पेंट पर अतिरिक्त खर्च बचाया जा सकता है। कंस्ट्रक्शन के लिए क्वॉलिटी स्टील का प्रयोग करना चाहिए।

लेकिन आम आदमी इस बात का अंदाजा कैसे लगा सकता है कि आखिर किन चीजों से कंस्ट्रक्शन पर लागत कम होगी?
जी बिल्कुल सही। इस बारे में सही सलाह लेने के लिए किसी अच्छे स्ट्रक्चरल इंजीनियर की मदद लेनी चाहिए। वह न सिर्फ सही किस्म के क्वॉलिटी मटीरियरल का प्रयोग करने की सलाह देगा, बल्कि कंकरीट का प्रयोग भी कम कराएगा। इससे भी कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में काफी कमी आएगी।

क्या इंटीरियर को भी कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में शामिल किया जाना चाहिए?
कोई भी आदमी केवल चारदीवारी में नहीं रह सकता। किचन और वार्डरोब्स जरूरी इंटीरियर में शामिल होते हैं। इंटीरियर मटीरियल की क्वॉलिटी के आधार पर भी कॉस्ट कम की जा सकती है। आज मार्केट में इंटीरियर मटीरियल्स में इतनी वैराइटी मौजूद है कि हर व्यक्ति अपने बजट के अनुसार खरीदारी कर सकता है। इनमें टाइल्स से लेकर फ्लोर, वॉश बेसिन, लाइटिंग आदि सभी चीजें शामिल हैं। विभिन्न तरह के एप्लायंसेज के साथ मॉड्युलर किचन लेने से आप अलग-अलग किचन एप्लॉयंसेज खरीदने के खर्च से बच सकते हैं।

घर के लुक की बात करें, तो किस प्रकार के पेंट और फिनिशिंग प्रॉडक्ट्स इन दिनों प्रयोग किए जा रहे हैं, जो सस्ते होने के साथ-साथ ड्यूरेबल भी होते हैं?
इन दिनों एक्सटीरियर और इंटीरियर के लिए अलग-अलग खास किस्म के पेंट मार्केट में उपलब्ध हैं। इनमें से नॉन टॉक्सिक पेंट काफी पॉप्युलर हैं। ये जीरो वोलैटाइल ऑर्गेनिक कंटेंट (वीओसी) के साथ आते हैं, जिससे इनमें किसी प्रकार की गंध नहीं होती। साथ ही ये लेड रहित भी होते हैं।

इंटीरियर्स और बिल्डिंग को टिकाऊ कैसे रखा जा सकता है?
इसका सबसे सटीक नियम है मेंटिनेंस। बिल्डिंग को लंबे समय तक टिकाऊ बनाए रखने के लिए इससे बेहतर कोई दूसरा तरीका नहीं हो सकता। अच्छे, ट्रीटेड मटीरियल का प्रयोग करना चाहिए। इस्तेमाल से पहले देख लें कि ये मटीरियल वॉटर प्रूफ और पेस्ट फ्री जरूर हों। खासतौर पर एक्सटीरियर के लिए बने मटीरियल का प्रयोग एक्सटीरियर में ही करना चाहिए। क्वॉलिटी बोर्ड, प्लाइवुड, फैब्रिकेटिड मटीरियल का प्रयोग इंटीरियर और एक्सटीरियर को टिकाऊ बनाते हैं। एक्सटीरियर कंस्ट्रक्शन के लिए उपलब्ध वॉटरप्रूफ पेंट और मटीरियल की अच्छी-खासी वैराइटी के चलते आज लोगों के पास मटीरियल की काफी चॉइस है। घर से कीड़े-मकोड़ों को दूर रखने के लिए पेस्टीसाइड्स का नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिए।

कंस्ट्रक्शन कॉस्ट का प्रभावी कैसे बनाया जा सकता है?
फाइनल कॉस्ट का अनुमान कंस्ट्रक्शन शुरू कराने से पहले ही लगा लें। अपनी जरूरतों के बारे में आर्किटेक्ट को बताएं। वह आपके बजट के अनुसार ही आपकी जरूरतों को पूरी करते हुए मकान का डिजाइन तैयार करेगा। वही सही तरह से सलाह देगा कि आपको कंस्ट्रक्शन के दौरान किस चीज पर कितना खर्च करना चाहिए।

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